हरिद्वार। बीएएमएस में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए शिष्योपनयन कार्यक्रम का शुभारंभ आज उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर, हरिद्वार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी रहे।

कुलपति ने कहा की स्वास्थ्य से तात्पर्य केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ होना ही नही अपितु मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य का होना भी अत्यंत आवश्यक है। छात्रों को गहनता से आयुर्वेद के विषयों का अध्ययन करना चाहिए। तभी हम एक अच्छे चिकित्सक के रूप में समाज का भला कर पायेंगे। प्रो. पंकज कुमार शर्मा, पूर्व परिसर निदेशक ने बताया की आयुर्वेद में कैरियर की अपार संभावनाएं है। व्यावसायिक पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को स्वावलंबी बनाना है। उप शैक्षणिक अधीक्षक एवं कार्यक्रम के संयोजक डा. विपिन कुमार अरोड़ा ने बताया की इस कार्यक्रम में आयुर्वेद कालेज के समस्त विभागों का परिचय, इतिहास, हास्पीटल में उपलब्ध सुविधाए, अनुसंधान, आयुर्वेद में हो रहे नवाचारों आदि की जानकारी प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में प्रो. पंकज कुमार शर्मा, प्रो. विपिन पांडेय, प्रो. उत्तम शर्मा, प्रो. दिनेश गोयल, प्रो. अवधेश मिश्रा, प्रो. प्रेमचंद शास्त्री, प्रो. गिर्राज गर्ग, प्रो. मोहन शर्मा, प्रो. रामकुमार गौतम, प्रो. बीरेंद्र टमटा, डा. शीतल वर्मा, डा. राजीव कुमार, डा. मयंक भटकोटी, डा. आदेश, डा. अजय प्रताप चौहान आदि शिक्षक उपस्थित रहें।

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